Tuesday, December 16

Bihar

बिहार चुनाव 2025: “कट्टा या कानून?” — नरेन्द्र मोदी ने ‘अंतिम ओवरों’ में बदला खेल का रंग!
Bihar, Politics

बिहार चुनाव 2025: “कट्टा या कानून?” — नरेन्द्र मोदी ने ‘अंतिम ओवरों’ में बदला खेल का रंग!

पटना/नई दिल्ली।बिहार विधानसभा चुनाव 2025 अपने निर्णायक मोड़ पर है। चुनावी मैदान में एक ओर जंगलराज की यादें हैं, तो दूसरी ओर विकास और सुशासन का दावा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने अब चुनावी रणनीति की आखिरी पारी में ‘कट्टा या कानून’ के सवाल के साथ पूरा नैरेटिव बदल दिया है। 🔥 “कट्टा या कानून”— चुनाव का नया मंत्र भाजपा ने इस बार अपने प्रचार को एक ही मुद्दे पर केंद्रित किया है — “कट्टा या कानून?”प्रधानमंत्री मोदी ने औरंगाबाद की सभा में कहा — “राजद के समर्थक कह रहे हैं कि अगर भैया (तेजस्वी) की सरकार बनी, तो कट्टा, दोनाली और फिरौती का दौर लौट आएगा। जनता को तय करना है कि उसे कानून चाहिए या कट्टा संस्कृति।” गृह मंत्री अमित शाह ने भी जमुई की सभा में तंज कसते हुए कहा — “अगर तेजस्वी जीतते हैं, तो वे अपहरण का नया विभाग खोल देंगे। बिहार अब विकास की पटरी पर है, हम...
बिहार के सीमांचल में ‘बांग्लादेशी मुसलमान’ का सियासी मुद्दा, चुनाव से पहले ध्रुवीकरण की कोशिश
Bihar, Politics

बिहार के सीमांचल में ‘बांग्लादेशी मुसलमान’ का सियासी मुद्दा, चुनाव से पहले ध्रुवीकरण की कोशिश

पटना: बिहार के चुनावी माहौल में सीमांचल और कोसी क्षेत्र की राजनीति में मुसलमान समुदाय को लेकर सियासी तूफान उठ गया है। भारतीय जनता पार्टी के कुछ नेताओं ने सीमांचल में बसे मुसलमानों को ‘घुसपैठिया’ कहकर चुनावी मुद्दा बनाया है। दरअसल, इन मुसलमानों में से कुछ खुद को ‘शेरशाहाबादी मुस्लिम’ बताते हैं। ये लोग मूलतः पश्चिम बंगाल के हैं, बांग्ला बोलते हैं और ऐतिहासिक रूप से शेरशाह सूरी से अपने संबंध का दावा करते हैं। वहीं, क्षेत्रीय मुस्लिम समुदाय, जिन्हें स्थानीय लोग ‘देसी मुस्लिम’ कहते हैं, मुख्य रूप से सुरजापुरी और कुल्हैया बोलते हैं। शेरशाहाबादी vs देसी मुस्लिम सीमांचल के स्थानीय मुस्लिम समुदाय सुरजापुरी और कुल्हैया मुस्लिमों में बंटे हैं। सुरजापुरी आबादी सबसे बड़ी है और किशनगंज, पूर्णिया और कटिहार की कई विधानसभा सीटों में निर्णायक भूमिका निभाती है। शेरशाहाबादी मुस्लिम उर्दू-बंगाली मि...
बिहार चुनाव 2025: पहले चरण में बढ़ी वोटिंग, लोकतंत्र को मिला मजबूत संदेश
Bihar, Opinion

बिहार चुनाव 2025: पहले चरण में बढ़ी वोटिंग, लोकतंत्र को मिला मजबूत संदेश

पटना: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में मतदाताओं ने जबरदस्त उत्साह और जोश दिखाया। 121 सीटों पर हुए मतदान में 60.13% मतदान दर्ज किया गया, जो लोकतंत्र के लिए एक सकारात्मक संकेत है। विशेषज्ञों के अनुसार, यह दर्शाता है कि जनता राजनीति से उदासीन नहीं है और लोकतंत्र जीवंत है। बड़े नाम कतार में इस चरण में महागठबंधन के CM उम्मीदवार तेजस्वी यादव, डिप्टी CM विजय कुमार सिन्हा, सम्राट चौधरी समेत कई बड़े नेताओं की किस्मत दांव पर लगी थी। वहीं, अभिनेता से नेता बने खेसारी लाल यादव, गायक मैथिली ठाकुर जैसे उम्मीदवारों के चुनावी परिणाम भी जनता की सोच का परिचायक होंगे। साथ ही बाहुबलियों की भी लड़ाई इस चरण में महत्वपूर्ण रही। भविष्य का फैसला बिहार में पिछले दो दशकों से सत्तासीन नीतीश कुमार या उनकी जगह कोई और—यह सवाल इस बार इतनी मजबूती से जनता के सामने आया है कि हर वोट का महत्व बढ़ गया है। 2020 क...
बिहार चुनाव 2025: बंपर वोटिंग से खुश हुए प्रशांत किशोर, बोले- जनता ने नया विकल्प अपनाया
Bihar, Politics

बिहार चुनाव 2025: बंपर वोटिंग से खुश हुए प्रशांत किशोर, बोले- जनता ने नया विकल्प अपनाया

गया: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण में 6 नवंबर को हुई बंपर वोटिंग ने जन सुराज पार्टी के संस्थापक और राजनीतिक रणनीतिकार प्रशांत किशोर को बेहद खुश कर दिया है। उन्होंने कहा कि बिहार की जनता अब बदलाव चाहती है और उनके पास जनसुराज के रूप में एक नया विकल्प मौजूद है। मीडिया से बातचीत में प्रशांत किशोर ने बताया कि भारी मतदान इस बात का सबूत है कि जनता नए विकल्प के प्रति उत्साहित है। उन्होंने कहा, "बीते वर्षों में लोग भाजपा के डर से नीतीश-भाजपा को वोट देने के लिए मजबूर थे, लेकिन अब जनता के पास एक नया विकल्प है। यही कारण है कि इतने बड़े पैमाने पर मतदान हुआ।" प्रवासी मजदूर बने इस चुनाव का X फैक्टर प्रशांत किशोर ने कहा कि बढ़ा हुआ मतदान प्रतिशत और प्रवासी मजदूरों की सक्रिय भागीदारी इस चुनाव के X फैक्टर हैं। उन्होंने दावा किया कि बिहार में पहली बार 60 प्रतिशत से अधिक जनता बदलाव चाहती है ...
बिहार चुनाव 2025: दूसरे चरण की वोटिंग 11 नवंबर को, जानिए जिला और सीटवार डिटेल्स
Bihar, Politics

बिहार चुनाव 2025: दूसरे चरण की वोटिंग 11 नवंबर को, जानिए जिला और सीटवार डिटेल्स

पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में अब दूसरे चरण की बारी है। 11 नवंबर को 20 जिलों की 122 विधानसभा सीटों पर मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। मतगणना 14 नवंबर को होगी और इसके बाद नई सरकार बनाने की प्रक्रिया शुरू होगी। पहले चरण में 64.66 प्रतिशत लोगों ने वोट डाले थे, जो एक रिकॉर्ड था। इस बार भी दूसरे चरण में भारी मतदान की संभावना है। बिहार में कुल मतदाताओं की संख्या 7.42 करोड़ है, जिनमें पुरुष मतदाता 3.92 करोड़ और महिला मतदाता 3.50 करोड़ हैं। दूसरे चरण में मतदान होने वाले जिले और सीटें गया (10 सीटें): बेलागंज, गया टाउन, बोधगया, टिकारी, शेरघाटी, बाराचट्टी (SC), अतरी, इमामगंज (SC), गुरुवा, वजीरगंज कैमूर (4 सीटें): चैनपुर, मोहनिया, भभुआ, रामगढ़ रोहतास (7 सीटें): नोखा, डेहरी, काराकाट, करगहर, सासाराम, चेनारी, दिनारा औरंगाबाद (6 सीटें): गोह, ओबरा, नवीनगर, कुटुम्बा (SC), औरंगाबा...
सीतामढ़ी चुनावी रैली में राजनाथ सिंह बोले – ‘कट्टे वाला लड़का’ भी चर्चा में, तेजस्वी यादव पर साधा निशाना
Bihar, Politics

सीतामढ़ी चुनावी रैली में राजनाथ सिंह बोले – ‘कट्टे वाला लड़का’ भी चर्चा में, तेजस्वी यादव पर साधा निशाना

सीतामढ़ी: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर चुनावी माहौल गर्म है। भाजपा के केंद्रीय नेता और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मेजरगंज के बथनाहा विधानसभा क्षेत्र में भाजपा प्रत्याशी अनिल राम के समर्थन में रैली की। रैली के दौरान उन्होंने वायरल एक वीडियो का जिक्र करते हुए ‘कट्टे वाला लड़का’ शब्द का इस्तेमाल किया, जो सोशल मीडिया पर काफी चर्चा में रहा। 🔹 ‘कट्टे वाला लड़का’ का जिक्र राजनाथ सिंह ने कहा कि राजद के कार्यक्रम में छह-सात साल के एक बच्चे को माइक थमा दिया जाता है और उससे यह बोलवाया जाता है कि “पहले हम अनपढ़ थे, हाथों में डंडा था, तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री बनेंगे तो हाथों में कट्टा होगा।” उन्होंने इस पर तंज कसते हुए कहा कि बिहार विकास के पथ पर अग्रसर है और भ्रष्टाचार के दाग रहित नीतीश कुमार के नेतृत्व में राज्य सुरक्षित हाथों में है। 🔹 बिहार के विकास और एनडीए का काम रक्षा मंत्री ने सभा ...
गोपालगंज में दलित वोटरों पर हमला, बीजेपी को वोट देने पर लाठी-डंडों से पीटा
Bihar

गोपालगंज में दलित वोटरों पर हमला, बीजेपी को वोट देने पर लाठी-डंडों से पीटा

गोपालगंज: बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में गोपालगंज जिले के बैकुंठपुर क्षेत्र से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। यहां एक दलित परिवार के तीन सदस्यों को कथित तौर पर दबंगों ने बीजेपी को वोट देने के कारण लाठी-डंडों से पीटकर गंभीर रूप से घायल कर दिया। 🔹 बुचेया गांव की दर्दनाक घटना 28 वर्षीय मनीष राम और उनके पिता छट्ठू राम एवं भाई बलम राम पोलिंग बूथ से घर लौट रहे थे। रास्ते में दबंगों ने उन्हें रोककर पूछा कि किसे वोट दिया। जैसे ही उन्होंने भाजपा को वोट देने की बात कही, दबंगों ने उन पर हमला कर दिया। हमले में सभी गंभीर रूप से घायल हो गए। 🔹 घायलों का इलाज घायलों को पहले सिधवलिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्राथमिक उपचार दिया गया। बाद में उन्हें गोपालगंज सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया। देर रात भाजपा उम्मीदवार मिथिलेश तिवारी अस्पताल पहुंचे और घायलों का हालचाल ...
बिहार चुनाव में पीएम मोदी का नया मिशन — अररिया की 6 में 6 सीटें जीतने का संकल्प!
Bihar

बिहार चुनाव में पीएम मोदी का नया मिशन — अररिया की 6 में 6 सीटें जीतने का संकल्प!

पटना।बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के मतदान के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अररिया जिले के फारबिसगंज से एनडीए का चुनावी बिगुल फूंका। यह वही मैदान है जहां से पीएम मोदी अब तक छठी बार चुनावी रैली कर चुके हैं।इस बार पीएम मोदी ने अररिया को विशेष रूप से टारगेट किया है — क्योंकि 2020 के विधानसभा चुनाव में एनडीए को यहां की 6 में से केवल 4 सीटों पर जीत मिली थी। बाकी दो सीटें महागठबंधन और एआईएमआईएम के खाते में गई थीं। सवाल अब यह है कि क्या 2025 में पीएम मोदी का करिश्मा अररिया की 6 में 6 सीटों पर एनडीए की जीत का परचम लहरा सकेगा? अररिया जिले की 6 विधानसभा सीटों पर समीकरण 1. नरपतगंज सीट — बीजेपी का मजबूत किला 2020 में बीजेपी के जयप्रकाश यादव ने यहां 29 हजार वोटों से जीत दर्ज की थी। इस बार पार्टी ने देवंती देवी को टिकट दिया है, जबकि राजद ने मनीष यादव को उतारा है। मुकाबला दिलचस्प लेकिन बी...
बिहार की 5 हॉट सीटें: जहां पिछली बार हजार वोटों से भी कम में तय हुई थी हार-जीत, इस बार भी रहा कांटे का मुकाबला
Bihar

बिहार की 5 हॉट सीटें: जहां पिछली बार हजार वोटों से भी कम में तय हुई थी हार-जीत, इस बार भी रहा कांटे का मुकाबला

पटना।बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण का मतदान शांतिपूर्वक संपन्न हो गया। चुनाव आयोग के मुताबिक, शाम 6 बजे तक कुल औसतन 64 प्रतिशत से अधिक मतदान दर्ज किया गया। इस चरण में वे 5 सीटें भी शामिल थीं, जहां 2020 के विधानसभा चुनाव में जीत-हार का फासला 1000 वोटों से भी कम रहा था। ये सीटें हैं — बखरी, बरबीघा, भोरे, मटिहानी और हिलसा। पिछले चुनाव में इनमें से तीन सीटें जेडीयू, एक सीपीआई और एक एलजेपी के खाते में गई थीं। वहीं इस बार भी इन सीटों पर दिलचस्प और रोमांचक मुकाबले देखने को मिल रहे हैं। 1. बखरी सीट (बेगूसराय) — सीपीआई बनाम बीजेपी (लोजपा रामविलास) 2020 में सीपीआई ने यहां बीजेपी को महज 777 वोटों से हराया था। इस बार सीट बीजेपी ने लोजपा (रामविलास) को दे दी है, जबकि सीपीआई ने फिर से अपने मौजूदा विधायक सूर्यकांत पासवान पर भरोसा जताया है।इस बार मतदान प्रतिशत: 68.88% 2. बरबीघा सीट (शेख...
एंटी इनकंबेंसी गायब, रिकॉर्ड मतदान और आखिरी चुनाव की चर्चा — क्या नीतीश कुमार 10वीं बार लेंगे शपथ या होगी विदाई?
Bihar

एंटी इनकंबेंसी गायब, रिकॉर्ड मतदान और आखिरी चुनाव की चर्चा — क्या नीतीश कुमार 10वीं बार लेंगे शपथ या होगी विदाई?

पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में 64.69 फीसदी रिकॉर्ड मतदान ने सबका ध्यान खींचा है। यह आंकड़ा सिर्फ वोट प्रतिशत का नहीं, बल्कि जनता की मनोदशा का संकेत माना जा रहा है।एनडीए और महागठबंधन दोनों इसे अपने पक्ष का परिणाम बता रहे हैं, मगर असली सवाल यह है कि क्या नीतीश कुमार एक बार फिर सत्ता में लौटेंगे, या यह उनके राजनीतिक जीवन का अंतिम अध्याय साबित होगा? 🗳️ मतदान में जोश, एंटी इनकंबेंसी गायब इस बार बिहार की गलियों से लेकर गांवों तक एंटी इनकंबेंसी का माहौल नजर नहीं आ रहा।20 वर्षों से राज्य की बागडोर संभाल रहे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जनता का भरोसा कायम दिख रहा है।कुरहनी विधानसभा के मतदाता सबु मिर्जा कहते हैं, “मैं आरजेडी का समर्थक हूं, पर नीतीश कुमार का विरोध करने की कोई वजह नहीं दिखती। उन्होंने बिहार को स्थिरता दी है।”वहीं मुजफ्फरपुर के मोहम्मद अमानुल्लाह का कहना है, “नीतीश किसी...