तमिलनाडु में बदली कांग्रेस की रणनीति — अब नहीं बनेगी ‘जूनियर पार्टनर’, डीएमके से मांगी 40 सीटें
चेन्नै। तमिलनाडु में 2026 के विधानसभा चुनाव से पहले राजनीतिक समीकरण तेजी से बदलते दिख रहे हैं। दो दशकों से डीएमके के साथ गठबंधन में रहते हुए भी सत्ता से बाहर रही कांग्रेस ने इस बार ‘जूनियर पार्टनर’ की अपनी छवि से बाहर निकलने का फैसला किया है। सूत्रों के मुताबिक, कांग्रेस ने डीएमके प्रमुख और मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन को साफ संदेश देते हुए आगामी चुनाव में 40 विधानसभा सीटों की मांग रख दी है।
कांग्रेस का तर्क है कि गठबंधन में उसकी भूमिका मजबूत है, लेकिन सीटों और सत्ता में सहभागिता बेहद कम रही है। 2021 के चुनाव में डीएमके ने कांग्रेस को 25 सीटें दी थीं, जिनमें से 18 पर उसे जीत मिली थी, मगर सरकार में एक भी मंत्री पद नहीं मिला। इसी नाराजगी ने कांग्रेस को नए सिरे से अपनी रणनीति तय करने को मजबूर किया है।
त्रिकोणीय मुकाबला कांग्रेस को दे रहा हौसला
2026 का तमिलनाडु चुनाव त्रिकोणीय होने की प...





