Wednesday, December 17

इंडिगो संकट: जानबूझकर बनाई गई या सिस्टम फेल? सवालों का घेरा

इंडिगो एयरलाइंस की उड़ानों में हुई हजारों कैंसिलेशन ने देशभर के हवाई अड्डों पर अफरातफरी मचा दी और अब सवाल उठ रहे हैं कि क्या यह संकट जानबूझकर बनाया गया

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पायलट संघों का आरोप

एयरलाइन पायलट्स असोसिएशन ऑफ इंडिया (ALPA) और फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स (FIP) ने इंडिगो की राहत को सीधे तौर पर यात्रियों की सुरक्षा से खिलवाड़ बताया। उनके मुताबिक, इंडिगो ने इस संकट को जानबूझकर पैदा किया, ताकि सरकार पर दबाव बने और नए नियमों में छूट मिल सके।

ALPA अध्यक्ष कैप्टन सैम थॉमस ने कहा कि नवंबर में सबकुछ ठीक चल रहा था, फिर अचानक दिसंबर में सिस्टम फेल हुआ। FIP अध्यक्ष चरणवीर रंधावा के अनुसार, इंडिगो ने बड़े बेड़े और स्टाफ में निवेश बचाने के लिए यह समय चुना।

मनॉपली का मुद्दा

इंडिगो भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन है और इसके पास लगभग 64% हिस्सेदारी है। संसद में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि इस संकट के लिए केंद्र का मनॉपली मॉडल भी जिम्मेदार है।

विशेषज्ञों का कहना है कि इस घटना ने न केवल इंडिगो बल्कि पूरे विमानन क्षेत्र की साख पर सवाल खड़े कर दिए। एविएशन सेफ्टी फर्म मार्टिन कंसल्टिंग के CEO मार्क डी मार्टिन ने कहा, “एकाधिकार की वजह से DGCA को नियमों में पीछे हटना पड़ा। इससे भारत के एविएशन रेगुलेशन की विश्वसनीयता प्रभावित हुई।”

निष्कर्ष

इंडिगो संकट ने यात्रियों को भयंकर परेशानी में डालने के साथ-साथ विमानन नीति और नियामक ढांचे पर भी नए सवाल खड़े कर दिए हैं। अब देखना होगा कि सरकार और DGCA इस मामले में कौन से कदम उठाते हैं

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