
नई दिल्ली, 6 दिसंबर 2025
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भारत की दो दिवसीय यात्रा पूरी करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नारे ‘सबका साथ, सबका विकास’ को अपने संदेश ‘साथ चलें, साथ बढ़ें’ से दोहराया। उन्होंने कहा कि यह नारा मॉस्को–दिल्ली की पुरानी साझेदारी की भावना को दर्शाता है।
राष्ट्रपति भवन में राजकीय भोज में बातचीत
डिनर पार्टी में पुतिन ने कहा, “मैं जानता हूं कि भारत में वे कहते हैं, ‘सबका साथ, सबका विकास’। हमारी साझेदारी इसी भावना, चरित्र और परंपरा की मिसाल है। हम इसे और मजबूत और विकसित बनाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे।”
भारतीय नेताओं का आतिथ्य और द्विपक्षीय सहयोग
पुतिन ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, प्रधानमंत्री मोदी और भारतीय सहयोगियों के गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए धन्यवाद किया। उन्होंने भारत के विकास में सोवियत संघ के योगदान, औद्योगिक और अंतरिक्ष कार्यक्रमों के निर्माण में मदद, और रणनीतिक साझेदारी की 15वीं वर्षगांठ का जिक्र किया।
ब्रिक्स और अंतरराष्ट्रीय सहयोग पर जोर
पुतिन ने कहा कि इन समझौतों से द्विपक्षीय संबंधों को नई गति मिलेगी। रूस और भारत मिलकर निष्पक्ष, बहुध्रुवीय अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था को बढ़ावा दे रहे हैं। उन्होंने ब्रिक्स में सहयोग पर भी प्रकाश डाला और बताया कि भारत 2026 में ब्रिक्स की अध्यक्षता संभालेगा।
मुख्य संदेश
पुतिन ने इस यात्रा के दौरान स्पष्ट किया कि रूस–भारत की साझेदारी समानता, आपसी सम्मान और साझा हितों पर आधारित है, और दोनों देश मिलकर सुरक्षा, विश्वास और शांति का निर्माण करेंगे।