Friday, December 19

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कनाडा में पढ़ाई करें, PR आसानी से पाएँ: 34 ऐसे कोर्स जिनसे बन सकती है आपकी स्थायी बसावट
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कनाडा में पढ़ाई करें, PR आसानी से पाएँ: 34 ऐसे कोर्स जिनसे बन सकती है आपकी स्थायी बसावट

टोरंटो: कनाडा में पढ़ने वाले छात्रों के लिए खुशखबरी है। सरकार ने कुछ विशेष कोर्सेज के लिए ऐसी स्कीम शुरू की है, जिनके जरिए स्टूडेंट्स पढ़ाई पूरी करने के बाद परमानेंट रेजिडेंसी (PR) हासिल कर सकते हैं। इससे वे देश में स्थायी रूप से रहकर किसी भी कंपनी में जॉब कर पाएंगे। कौन से सेक्टर्स हैं हॉट? कनाडा में PR दिलाने वाले मुख्य कोर्सेज तीन सेक्टर से जुड़े हैं: हेल्थकेयर और सोशल सर्विस कार्डियोवैस्कुलर टेक्नोलॉजी/टेक्नोलॉजिस्ट डेंटल हाइजीनिस्ट डेंटिस्ट्री डाइटेटिक्स/डाइटिशियन मेडिसिन नर्सिंग और फैमिली प्रैक्टिस नर्स फिजीशियन असिस्टेंट/एसोसिएट क्लिनिकल साइकोलॉजी और काउंसलिंग मेडिकल सोशल वर्क रजिस्टर्ड नर्स और साइकियाट्रिक नर्स ऑप्टोमेट्री और इमरजेंसी मेडिकल टेक्नोलॉजी वेटरनरी मेडिसिन (DVM) ट्रेड सेक्टर कार्पेंटरी हीटिंग, एयर कंडीशनिंग, व...
UPSSSC PET Result 2025 जारी: स्कोरकार्ड सीधे डाउनलोड करने का लिंक यहाँ
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UPSSSC PET Result 2025 जारी: स्कोरकार्ड सीधे डाउनलोड करने का लिंक यहाँ

लखनऊ: उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (UPSSSC) ने पीईटी 2025 का रिजल्ट जारी कर दिया है। जो उम्मीदवार परीक्षा में उपस्थित हुए थे, वे अब अपना स्कोरकार्ड आधिकारिक वेबसाइट upsssc.gov.in से डाउनलोड कर सकते हैं। रिजल्ट चेक करने का आसान तरीका: UPSSSC की आधिकारिक वेबसाइट upsssc.gov.in पर जाएं। होमपेज पर रिजल्ट सेक्शन में क्लिक करें। PET Result 2025 Download लिंक पर क्लिक करें। अपना रजिस्ट्रेशन नंबर और जन्मतिथि, साथ ही कैप्चा कोड भरें। सब्मिट करते ही स्क्रीन पर आपका स्कोरकार्ड दिखाई देगा। पीडीएफ डाउनलोड करके सुरक्षित रख लें। यदि लिंक नहीं खुल रहा है तो वेबसाइट पर लोडिंग की वजह से थोड़ी देर बाद प्रयास करें। पीईटी परीक्षा की जानकारी: परीक्षा आयोजित: 6 और 7 सितंबर 2025 वैधता: तीन साल तक महत्व: ग्रुप बी और ग्रुप सी सरकारी नौकरियों के लिए मुख्य परीक्षा के शॉर्...
अमेरिका में पढ़ाई के साथ कमाई भी! फॉर्ब्स ने जारी की टॉप 15 कॉलेजों की लिस्ट
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अमेरिका में पढ़ाई के साथ कमाई भी! फॉर्ब्स ने जारी की टॉप 15 कॉलेजों की लिस्ट

नई दिल्ली: अमेरिका में पढ़ाई के दौरान जॉब करने का अवसर देने वाले कॉलेज अब छात्रों में बेहद लोकप्रिय हो गए हैं। फॉर्ब्स ने हाल ही में ऐसे 15 कॉलेजों और यूनिवर्सिटी की सूची जारी की है, जहां को-ऑप प्रोग्राम और इंटर्नशिप के जरिए छात्रों को पढ़ाई के साथ-साथ काम करने और अनुभव हासिल करने का मौका मिलता है। क्यों खास हैं ये कॉलेज? अमेरिका में हाल के ग्रेजुएट्स में बेरोजगारी दर सामान्य वर्कर्स की तुलना में ज्यादा है। 22 से 27 साल के हालिया ग्रेजुएट्स के बीच बेरोजगारी दर 4.8% है, जबकि सामान्य वर्कर्स में यह 4% है। बैचलर्स डिग्री वाले ग्रेजुएट्स में यह 7.4% तक पहुँच चुकी है। ऐसे में को-ऑप प्रोग्राम और इंटर्नशिप छात्रों के करियर को सुरक्षित बनाने में मदद करते हैं। फॉर्ब्स के अनुसार, इन कॉलेजों से पढ़ने वाले छात्रों को पढ़ाई के दौरान ही जरूरी ट्रेनिंग मिल जाती है, जिससे डिग्री मिलने के बाद उन्ह...
F-1 वीजा होल्डर: अमेरिका की कंपनी के लिए रिमोट जॉब करना होगा नियमों के तहत सीमित
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F-1 वीजा होल्डर: अमेरिका की कंपनी के लिए रिमोट जॉब करना होगा नियमों के तहत सीमित

नई दिल्ली/वॉशिंगटन: अमेरिका में पढ़ाई कर रहे विदेशी छात्रों को F-1 वीजा मिलता है। यह वीजा उन्हें अमेरिका में पढ़ाई और सीमित काम की इजाजत देता है। लेकिन कई स्टूडेंट्स सोचते हैं कि विदेश में रहते हुए भी वे अमेरिकी कंपनी के लिए रिमोटली काम कर सकते हैं। ऐसा करना नियमों के खिलाफ है। क्यों नहीं कर सकते रिमोट काम? F-1 वीजा होल्डर का वीजा उनके अमेरिका आने और वहां पढ़ाई करने के अधिकार को निर्धारित करता है। चाहे छात्र विदेश में क्यों न हों, अमेरिकी इमिग्रेशन सिस्टम उन्हें F-1 वीजा होल्डर ही मानता है। यदि कोई स्टूडेंट अमेरिका की किसी कंपनी के लिए रिमोट काम करता है, तो इसे अमेरिका में काम करने के रूप में माना जाएगा। ऐसे मामले में CPT (Curricular Practical Training) या OPT (Optional Practical Training) की आवश्यकता होगी। नियम तोड़ने पर वीजा रद्द या अमेरिका में प्रवेश पर रोक लग सकती है। कब हो सक...
रूस में जॉब के साथ मिलेगा परमानेंट रेजिडेंसी! सरकार ला रही नया स्किल वीजा
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रूस में जॉब के साथ मिलेगा परमानेंट रेजिडेंसी! सरकार ला रही नया स्किल वीजा

मॉस्को/नई दिल्ली: अगर आप रूस में जॉब करने का सपना देख रहे हैं, तो आपके लिए बड़ी खुशखबरी है। रूस अगले साल अप्रैल से नया स्किल वीजा प्रोग्राम लॉन्च करने जा रहा है, जिसके तहत विदेशी स्किल वर्कर्स और उनके परिवार तीन साल के लिए टेंपरेरी रेजिडेंसी या कुछ खास कैटेगरी में परमानेंट रेजिडेंसी प्राप्त कर सकते हैं। कौन-कौन आवेदन कर सकेगा? इस वीजा के तहत साइंटिफिक, आर्थिक, इंडस्ट्रियल, एजुकेशनल, कल्चरल, बिजनेस और स्पोर्ट्स जैसे क्षेत्रों के पेशेवर रूस में काम कर सकेंगे। इसके लिए न तो इमिग्रेशन कोटा की जरूरत होगी और न ही रूसी भाषा का टेस्ट। वीजा प्रोग्राम कैसे काम करेगा? आवेदन प्रक्रिया दो चरणों में होगी। पहले चरण में विदेशी नागरिक को स्थापित एजेंसी के माध्यम से आवेदन करना होगा। यदि आवेदन उपयुक्त पाया गया, तो दूसरे चरण में इमिग्रेशन अधिकारियों को टेंपरेरी या परमानेंट रेजिडेंसी के लिए ...
अमेरिका का ‘ड्रीम एक्ट’: हजारों भारतीय छात्रों को मिल सकता है नागरिकता का रास्ता
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अमेरिका का ‘ड्रीम एक्ट’: हजारों भारतीय छात्रों को मिल सकता है नागरिकता का रास्ता

इंदौर/वॉशिंगटन। अमेरिका में लम्बे समय से लंबित पड़े ‘ड्रीम एक्ट’ को लेकर एक बार फिर उम्मीद जगी है। इलिनोइस से सीनेटर डिक डर्बन, जो 2026 में रिटायर होने वाले हैं, चाहते हैं कि कांग्रेस छोड़ने से पहले यह अहम बिल पास हो जाए। यदि ऐसा हुआ, तो अमेरिका में पले-बढ़े हजारों भारतीय छात्रों के लिए नागरिकता का रास्ता खुल सकता है। क्या है ‘ड्रीम एक्ट’? ‘डेवलपमेंट, रिलीफ एंड एजुकेशन फॉर एलियन माइनर्स एक्ट’, जिसे आमतौर पर ‘ड्रीम एक्ट’ कहा जाता है, उन युवाओं को फायदा देता है, जो बचपन में बिना किसी स्थायी इमिग्रेशन स्टेटस के अमेरिका पहुंचे थे। बिल के तहत ऐसे युवाओं को कंडीशनल परमानेंट रेजिडेंसी मिल सकती है, बशर्ते वे कुछ आवश्यक शर्तें पूरी करें—जैसे पढ़ाई, नौकरी या सेना में सेवा। इसके बाद रास्ता खुलता है ग्रीन कार्ड और आगे चलकर अमेरिकी नागरिकता प्राप्त करने का। कौन हैं ‘ड्रीमर्स’? ड्रीम एक्ट...
अब सिर्फ 18 महीने का मिलेगा अमेरिकी वर्क परमिट! नई पॉलिसी से हजारों भारतीय प्रभावित होंगे
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अब सिर्फ 18 महीने का मिलेगा अमेरिकी वर्क परमिट! नई पॉलिसी से हजारों भारतीय प्रभावित होंगे

अमेरिका में नौकरी करने की योजना बना रहे भारतीयों के लिए बड़ी खबर है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने वर्क परमिट यानी ‘एंप्लॉयमेंट ऑथराइजेशन डॉक्यूमेंट’ (EAD) की वैलिडिटी अवधि में भारी कटौती कर दी है। नई USCIS नीति के तहत कई कैटेगरी के विदेशी वर्कर्स को अब 5 साल के बजाय केवल 18 महीने के लिए वर्क परमिट जारी किया जाएगा। इस बदलाव का सीधा असर उन लाखों भारतीयों पर पड़ेगा, जो अमेरिका में नौकरी कर रहे हैं या ग्रीन कार्ड की प्रतीक्षा में हैं। क्यों बदले नियम? USCIS के अनुसार, वर्क परमिट की अवधि घटाने के पीछे सुरक्षा कारण सबसे बड़ी वजह है।कम वैलिडिटी से— वर्कर्स की बार-बार जांच हो सकेगी फ्रॉड और सुरक्षा जोखिमों की पहचान आसान होगी संदिग्ध व्यक्तियों की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा सकेगी डायरेक्टर जोसेफ एडलो ने कहा कि हाल ही में विदेशी नागरिक द्वारा नेशनल गार्ड के एक सदस्य ...
न्यूज़ीलैंड में खेती-बागवानी की नौकरियों का बड़ा मौका! विदेशी वर्कर्स के लिए दो नए वीजा लॉन्च
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न्यूज़ीलैंड में खेती-बागवानी की नौकरियों का बड़ा मौका! विदेशी वर्कर्स के लिए दो नए वीजा लॉन्च

विदेशों में नौकरी के अवसर सिर्फ टेक, हेल्थकेयर या फाइनेंस तक सीमित नहीं हैं। कई देशों में सीजनल सेक्टर्स—खासकर खेती, बागवानी, टूरिज्म और हॉस्पिटैलिटी—में भी बड़ी संख्या में वर्कर्स की जरूरत होती है। इसी जरूरत को देखते हुए न्यूज़ीलैंड सरकार ने विदेशी कर्मचारियों के लिए दो नए वीजा लॉन्च किए हैं, जो भारत सहित कई देशों के नागरिकों के लिए एक शानदार अवसर बनकर आए हैं। न्यूज़ीलैंड इमिग्रेशन ने ‘एक्रिडेटेड एंप्लॉयर वर्क वीजा (AEWV)’ फ्रेमवर्क के तहत ग्लोबल वर्कफोर्स सीजनल वीजा (GWSV) और पीक सीजनल वीजा (PSV) शुरू किए हैं। इन वीजा कैटेगरी के तहत कंपनियां सीधे विदेश से वर्कर्स हायर कर सकेंगी और भर्ती प्रक्रिया पहले की तुलना में कहीं सरल होगी। कौन-कौन सी इंडस्ट्रीज को मिलेगा फायदा? नए वीजा मुख्य रूप से उन सेक्टर्स पर फोकस करते हैं जहां सीजनल वर्कर्स की सबसे ज्यादा जरूरत होती है— होर्टिकल्च...
विदेश में पढ़ाई का कम होता क्रेज! सरकार के आंकड़े बता रहे नई हकीकत
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विदेश में पढ़ाई का कम होता क्रेज! सरकार के आंकड़े बता रहे नई हकीकत

भारतीय छात्रों के बीच विदेश में पढ़ाई को लेकर वर्षों से जबरदस्त आकर्षण देखा जाता रहा है। लाखों रुपये के एजुकेशन लोन लेकर युवा अमेरिका, ब्रिटेन, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में उच्च शिक्षा प्राप्त करने जाते रहे हैं। यहां तक कि किर्गिस्तान, उज्बेकिस्तान, फिलीपींस और जॉर्जिया जैसे कम पॉपुलर देशों में भी भारतीय छात्रों ने बड़े पैमाने पर प्रवेश लिया। यह ट्रेंड विदेश में पढ़ाई की बढ़ती लोकप्रियता को दर्शाता रहा है। लेकिन अब तस्वीर बदलती नजर आ रही है। सरकार के ताज़ा आंकड़ों के अनुसार विदेश में पढ़ाई का क्रेज लगातार कम हो रहा है। संसद के शीत सत्र के दौरान विदेश मंत्रालय द्वारा पेश किए गए डेटा के मुताबिक भारतीय छात्रों की विदेश जाने की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है। कितने भारतीय पढ़ रहे हैं विदेश में? विदेश मंत्रालय ने बताया कि दुनिया के 153 देशों में कुल 18,82,318 भारतीय छात्र पढ़ाई...
कई राज्यों में स्कूल बंद: कहीं बर्फबारी, कहीं तूफान और हड़ताल; दिल्ली में इस तारीख से शुरू होंगी छुट्टियाँ
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कई राज्यों में स्कूल बंद: कहीं बर्फबारी, कहीं तूफान और हड़ताल; दिल्ली में इस तारीख से शुरू होंगी छुट्टियाँ

नई दिल्ली। दिसंबर माह के दूसरे सप्ताह में देश के कई राज्यों में स्कूलों की पढ़ाई प्रभावित होने जा रही है। दक्षिण भारत में चक्रवाती तूफान, उत्तर भारत में कड़ाके की ठंड और कुछ राज्यों में हड़ताल के चलते कई जिलों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं। वहीं कई राज्यों में शीतकालीन अवकाश (Winter Vacation) की तारीखें भी घोषित हो गई हैं। तमिलनाडु, पुडुचेरी और आंध्र प्रदेश में फिर बंद हो सकते हैं स्कूल दक्षिण-पूर्वी तट पर चक्रवाती तूफान दितवाह के चलते लगातार हो रही भारी बारिश ने हालात बिगाड़ दिए हैं। तमिलनाडु में शुरुआती दिनों में स्कूल-कॉलेज बंद करने का आदेश दिया गया था। अब भी कई जगहों पर जलभराव और खराब मौसम की स्थिति बनी हुई है। सूत्रों के अनुसार, सरकार आगामी एक सप्ताह तक स्कूल बंद रखने का फैसला कर सकती है। महाराष्ट्र: शिक्षकों की हड़ताल से ठप हुई पढ़ाई महाराष्ट्र में टीचिंग और नॉन-टीचिंग स्टा...