Wednesday, December 17

नीतीश कुमार के कोटे में 6 खाली मंत्री पद, दूसरे दलों के विधायकों पर निगाह

पटना: बिहार विधानसभा चुनाव परिणामों के बाद जेडीयू अपने विधायकों की संख्या बढ़ाने की रणनीति पर काम कर रही है। भाजपा और जेडीयू ने क्रमशः 89 और 85 सीटें जीती हैं। अब जेडीयू की नजर उन विधायकों पर है जो दूसरे दलों से पाला बदल कर पार्टी में शामिल हो सकते हैं।

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जेडीयू की रणनीति और संभावित मंत्री नियुक्तियां

इस बार मंत्रिमंडल में भाजपा कोटे से 14 मंत्री बनाए गए हैं, जबकि जेडीयू कोटे से केवल 8 मंत्री शपथ ले चुके हैं। जेडीयू कोटे के 6 मंत्री पद अभी खाली हैं, जिन्हें संभावित तौर पर दूसरे दलों से पाला बदल कर आने वाले विधायकों को दिया जा सकता है।

विशेष रूप से जेडीयू की निगाह निम्न विधायकों पर है:

  • एआईएमआईएम के विधायक – पिछली बार इनकी बड़ी तादाद पाला बदल कर जेडीयू में शामिल हुई थी।
  • बीएसपी और IIP के विधायक – इन दोनों दलों के एक-एक विधायक हैं और इतिहास बताता है कि सत्ता पक्ष की पेशकश पर वे दूसरे दलों में शामिल हो सकते हैं।
  • कांग्रेस के 6 विधायक – बिहार में कांग्रेस की वर्तमान स्थिति को देखते हुए, नीतीश कुमार यदि उन्हें मंत्री पद का प्रलोभन देंगे तो इनके पाला बदलने की संभावना बनी हुई है।

गोपनीय खेल जारी

जेडीयू के वरिष्ठ नेता जमा खान एआईएमआईएम के विधायकों के संपर्क में हैं। वहीं, बीएसपी और कांग्रेस के विधायकों को भी मंत्री पद का आकर्षक प्रस्ताव दिया जा सकता है। यह रणनीति जेडीयू के विधायी बल को भाजपा के बराबर या उससे अधिक करने के उद्देश्य से की जा रही है।

राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि जेडीयू की यह चाल ‘मैन पावर बढ़ाने वाला गेम’ है। गोपनीय तरीके से किए जा रहे यह प्रयास अगले कुछ हफ्तों में बिहार की राजनीतिक तस्वीर बदल सकते हैं।

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