Tuesday, December 16

गुजरात पुलिस का ‘प्रोजेक्ट विश्वास’ बना ब्रह्मास्त्र, अपराध नियंत्रण और सुरक्षा में गेमचेंजर

अहमदाबाद: गुजरात ने कानून व्यवस्था में नई क्रांति ला दी है। 1980-90 के दशक में कर्फ्यू और सांप्रदायिक दंगों के लिए सुर्खियों में रहने वाला यह राज्य अब प्रौद्योगिकी आधारित ‘न्यू एज पुलिसिंग’ की मिसाल बन गया है। इसके लिए गुजरात पुलिस ने ‘प्रोजेक्ट विश्वास’ (VISWAS) का दूसरा चरण पूरा कर लिया है, जिसे राज्य की तीसरी आंख और अपराध नियंत्रण का ब्रह्मास्त्र माना जा रहा है।

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क्या है प्रोजेक्ट विश्वास?
विश्वास का पूरा नाम वीडियो इंटीग्रेशन एंड स्टेट वाइड एडवांस सिक्योरिटी है। इसके तहत अब तक 54 शहरों में 12,500 से अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। इसके अलावा 79 इंटरस्टेट नाकों को निगरानी में शामिल किया गया है। पहले चरण में 7,000 कैमरे और 10,000 बॉडी-बोर्न कैमरे लगाए गए थे।

कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम
प्रोजेक्ट के तहत हर जिले में नेत्रम नामक कमांड एंड कंट्रोल सेंटर स्थापित किए गए हैं। सभी सेंटर गांधीनगर स्थित मास्टर कंट्रोल रूम ‘त्रिनेत्र’ से जुड़े हैं। यहां से पूरे प्रदेश की निगरानी की जा सकती है। वडोदरा पुलिस आयुक्त और टास्क फोर्स चेयरमैन आईपीएस नरसिम्हा कोमार प्रोजेक्ट की निगरानी कर रहे हैं।

अपराध रोकने और सुरक्षा में सफलता
विश्वास प्रोजेक्ट ने कई मामलों में अपनी सफलता दिखाई है। अहमदाबाद से जोधपुर जा रहे बस के सोने के बैग की चोरी, VISWAS कैमरों की मदद से पकड़े गए अपराधियों के उदाहरण से साफ हुआ कि यह प्रणाली अपराध नियंत्रण में कितनी प्रभावी है।

4D मॉडल: DELAY – DENY – DETECT – DETER
आईपीएस नरसिम्हा कोमार के अनुसार प्रोजेक्ट विश्वास का 4D मॉडल अपराधियों को रोकता है। इसमें डिले (Delay), डिनाई (Deny), डिटेक्ट (Detect) और डिटर (Deter) शामिल हैं। कैमरे अपराध की निगरानी करते हैं, आपात स्थिति में तेजी से रिस्पांस देते हैं और सबूत इकट्ठा कर कार्रवाई में मदद करते हैं।

राज्यव्यापी सर्विलांस प्रोजेक्ट
प्रोजेक्ट विश्वास पूरे राज्य में लागू है और इसे धीरे-धीरे सभी जिलों में फैलाया जा रहा है। गुजरात जल्द ही 100% सर्विलांस वाला पहला राज्य बन जाएगा।

गुजरात पुलिस के इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट ने अपराध नियंत्रण, ट्रैफिक प्रबंधन और आपात स्थिति में प्रतिक्रिया को नया आयाम दिया है। इसे आधुनिक तकनीक और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन के अनुरूप राज्य में सुरक्षित माहौल बनाने की दिशा में क्रांतिकारी कदम माना जा रहा है।

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