Wednesday, December 17

राजस्थान में डीएसपी भूराराम फिर सुर्खियों में, बीजेपी चीफ मदन राठौड़ की शादी का निमंत्रण बना सियासी चर्चा का केंद्र

जयपुर, संवाददाता:
राजस्थान पुलिस के डीएसपी भूराराम खिलेरी एक बार फिर राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बने हुए हैं। हाल ही में राज्य सरकार और पुलिस विभाग के आदेश को हाईकोर्ट में चुनौती देकर तीन बार राहत पाने वाले डीएसपी भूराराम अब एक शादी के निमंत्रण कार्ड को लेकर सुर्खियों में हैं। सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे इस कार्ड ने प्रदेश की सियासत में नए संकेतों और संभावनाओं को लेकर चर्चा तेज कर दी है।

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दरअसल, बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ के परिवार में 30 नवंबर को होने वाली शादी का निमंत्रण कार्ड डीएसपी भूराराम को भेजा गया है। कार्ड पर प्रेषक के तौर पर स्वयं मदन राठौड़ का नाम दर्ज है। कार्ड की तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रही हैं, जिसके बाद राजनीतिक विश्लेषक और आम लोग तरह-तरह की व्याख्याएं कर रहे हैं।

कई यूजर और राजनीतिक जानकार इसे प्रदेश की बदलती राजनीतिक समीकरणों से जोड़कर देख रहे हैं। उनका कहना है कि भजनलाल सरकार के फैसले को कोर्ट में चुनौती देकर लगातार जीत हासिल करने वाले डीएसपी को प्रदेश अध्यक्ष की ओर से निमंत्रण भेजा जाना राजनीतिक संदेश भी हो सकता है।

सरकार को मिला हाईकोर्ट से झटका
बता दें कि जोधपुर के भोपालगढ़ में बीजेपी नेता हेमंत शर्मा से विवाद के बाद सरकार ने डीएसपी भूराराम को एपीओ कर बांसवाड़ा भेज दिया था। इसके विरोध में उन्होंने हाईकोर्ट का रुख किया, जहां अदालत ने सरकार के आदेश पर रोक लगाते हुए उन्हें पुन: भोपालगढ़ में पदस्थापित करने के निर्देश दिए। कोर्ट ने इस मामले में पुलिस प्रशासन को फटकार भी लगाई और पूछा कि आदेश के बावजूद ट्रांसफर क्यों किया गया?

विवाद की शुरुआत कैसे हुई?
अक्टूबर में ग्रामीणों ने बीजेपी नेता हेमंत शर्मा के खिलाफ सोशल मीडिया पर जातिसूचक टिप्पणी करने की शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार किया, जिसके बाद मामला राजनीतिक रूप से गर्म हो गया। भाजपा जिला संगठन ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से शिकायत की, जिसके तुरंत बाद डीएसपी भूराराम को एपीओ कर दिया गया।

अब प्रदेश अध्यक्ष की ओर से मिला शादी का निमंत्रण कार्ड इस पूरे विवाद को नई दिशा देता दिख रहा है। सियासी हलकों में सवाल उठ रहा है कि क्या यह महज औपचारिकता है या फिर इसके पीछे कोई बड़ा राजनीतिक संकेत छिपा है?

फिलहाल, यह निमंत्रण कार्ड राजस्थान की राजनीतिक चर्चाओं का नया केंद्र बन गया है और आगामी दिनों में इसके और भी मायने निकल सकते हैं।

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