
गाजियाबाद। साहिबाबाद सब्जी मंडी में फल पकाने के लिए अब केमिकल का इस्तेमाल बंद होने जा रहा है। सब्जी मंडी समिति ने 100 टन क्षमता वाले राइपिंग चैंबर की योजना तैयार की है, जो मिथेन गैस से संचालित होगा। इससे न केवल बिजली की बचत होगी, बल्कि बाजार में पहुंचने वाले फलों की सुरक्षा और गुणवत्ता भी सुनिश्चित होगी।
पीपीपी मॉडल पर बनेगा राइपिंग चैंबर और कोल्ड स्टोरेज
सब्जी मंडी समिति ने इस परियोजना का प्रस्ताव तैयार कर मंडी परिषद को भेज दिया है।
- राइपिंग चैंबर की लागत: करीब 25 लाख रुपये
- मॉडल: PPP (पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप)
- कोल्ड स्टोरेज और राइपिंग चैंबर एक साथ विकसित किए जाएंगे
पहले केवल 20 टन कोल्ड स्टोरेज का प्रस्ताव भेजा गया था, लेकिन अब उसे बढ़ाकर राइपिंग चैंबर भी शामिल किया गया है।
आम, केला और पपीता अब सुरक्षित तरीके से पकेंगे
मंडी में मुख्य रूप से आम, केला, शरीफा और पपीता पकाए जाते हैं। अब तक कई व्यापारी इन्हें पकाने के लिए अलग-अलग केमिकल्स का उपयोग करते थे, लेकिन नए चैंबर के बाद यह