Saturday, December 20

मोकामा दियारा का कुख्यात ‘नीरज बॉस’ गिरफ्तार, बिहार पुलिस का ‘हाफ एनकाउंटर’—25 साल बाद खौफ का अंत

मोकामा दियारा में दो दशक से अधिक समय तक दहशत का पर्याय बने कुख्यात अपराधी नीरज सिंह उर्फ नीरज बॉस को आखिरकार बिहार पुलिस ने दबोच लिया। तेघड़ा थाना क्षेत्र के दियारा इलाके में की गई जोरदार कार्रवाई के दौरान पुलिस ने नीरज को पैर में गोली मारकर घायल कर दिया। भारी फायरिंग के बीच हुए इस ऑपरेशन को पुलिस ने ‘हाफ एनकाउंटर’ बताया है। गैंग के तीन अन्य सदस्यों ने मौके पर ही घुटने टेक दिए।

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खुफिया सूचना पर छापेमारी, दहशत का साम्राज्य ढहा

एसपी मनीष कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम को सूचना मिली थी कि नीरज बॉस अपने गैंग के साथ दियारा इलाके में मौजूद है। जैसे ही पुलिस ने घेराबंदी की, नीरज गैंग ने फायरिंग शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस बल ने मोर्चा संभाला और नीरज बॉस पैर में गोली लगने से घायल होकर गिर पड़ा। उसके तीन साथी डर के मारे मौके पर ही सरेंडर कर गए।
पुलिस ने मौके से दो राइफल, एक पिस्टल, एक देसी कट्टा और 15 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं।

कौन है नीरज बॉस? मोकामा दियारा का कुख्यात चेहरा

मोकामा थाना क्षेत्र के ब्रह्मपुर गांव में जन्मा नीरज सिंह साधारण परिवार से ताल्लुक रखता था, लेकिन 2000 के आसपास वह अपराध की राह पर चल पड़ा। शुरूआती दौर में वह चोरी और लूट जैसी घटनाओं में शामिल रहा, लेकिन धीरे-धीरे उसकी महत्वाकांक्षा और लालच ने उसे संगठित अपराध की ओर धकेल दिया।

दियारा के दुर्गम इलाके में उसने अपना गैंग खड़ा किया और जल्द ही उसके साथी उसे ‘नीरज बॉस’ कहने लगे। स्थानीय लोगों के बीच उसका नाम दहशत का पर्याय बन चुका था।

2015 का बड़ा कांड—किडनैपिंग कर वसूली

2015 में नीरज बॉस ने एक कारोबारी का अपहरण कर भारी फिरौती वसूली, जिसने उसे दियारा का सबसे खतरनाक बदमाश बना दिया। इसके बाद उसने अवैध हथियारों की तस्करी और विरोधी गैंगों पर हमले शुरू कर दिए। पुलिस के कई प्रयासों के बावजूद वह हर बार दियारा के घने जंगलनुमा क्षेत्रों और नदी के रास्तों से फरार हो जाता था।

25 साल बाद दहशत का अंत

लगातार फरारी और अपराधों की लंबी सूची ने नीरज को बिहार पुलिस की ‘मोस्ट वांटेड’ लिस्ट में पहुंचा दिया था। दियारा के लोगों के मुताबिक, उसके नाम से ही गांवों में दहशत फैल जाती थी।

लेकिन इस बार पुलिस की सटीक खुफिया सूचना, मजबूत घेराबंदी और ताबड़तोड़ कार्रवाई ने नीरज बॉस के आतंक का अंत कर दिया। घायल नीरज फिलहाल पुलिस की कड़ी निगरानी में है और उसके गैंग के अन्य सदस्यों से पूछताछ जारी है।

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