
मऊ/बाराबंकी: पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर बुधवार सुबह हुए भयानक सड़क हादसे ने पूरे क्षेत्र को झकझोर दिया। मऊ जिले के खानपुर खुर्द गांव के परिवार के पांच सदस्यों की आग और टक्कर के चलते दर्दनाक मौत हो गई। हादसे की खबर सुनते ही पूरे गांव में सन्नाटा छा गया, घरों में चूल्हे तक नहीं जले और हर चेहरा मायूस हो उठा।
जानकारी के अनुसार, अब्दुल गफ्फार की बड़ी बेटी गुलिस्ता (49) अपनी बेटियों समरीन (22), इल्मा (12), जियान (10) और भाई जिशान (25) के साथ लखनऊ घूमने और अपनी बहन हिजबा से मिलने के लिए वैगनार कार में निकली थीं। बाराबंकी जिले के हैदरगढ़ कस्बे के पास, जब बच्चे पानी मांग रहे थे और गाड़ी रोककर उतरने ही वाले थे, तभी गोरखपुर से दिल्ली जा रही ब्रेजा कार ने उनकी कार में जोरदार टक्कर मार दी।
टक्कर इतनी भयानक थी कि वैगनार का सीएनजी टैंक फट गया और भयंकर आग लग गई। गाड़ी के लॉक खुल नहीं पाए, जिससे कार में सवार गुलिस्ता और उनके बच्चे जलकर घायल हो गए। केवल जिशान ही किसी तरह बाहर कूदकर बच पाया, लेकिन वह भी गंभीर रूप से घायल है।
हादसे की सूचना मिलते ही पति और उपनिरीक्षक जावेद अशरफ को फोन किया गया। परिजन तुरंत बाराबंकी के लिए रवाना हुए। वहीं, ब्रेजा कार में सवार दिल्ली निवासी चार लोग भी गंभीर रूप से घायल हुए हैं और उन्हें हैदरगढ़ सीएचसी में भर्ती कराया गया।
गांव में हादसे की खबर फैलते ही मातम छा गया। पड़ोसियों ने बताया कि गुलिस्ता और उनका परिवार बेहद मिलनसार और स्नेही था। गुलिस्ता के चाचा उस्मान गनी खान ने कहा, “हमने कभी नहीं सोचा था कि ऐसा हादसा हमारी आंखों के सामने होगा।”
यह हादसा न केवल परिजनों के लिए बल्कि पूरे गांव के लिए एक अपूरणीय क्षति है।