
अमेरिका में पढ़ाई और नौकरी करने का सपना देख रहे भारतीय नागरिकों के लिए बड़ी परेशानी खड़ी हो गई है। H-1B और F-1 वीजा के लिए होने वाली इंटरव्यू अप्वाइंटमेंट लगातार रिशेड्यूल हो रही हैं। कई लोगों की दिसंबर 2025 की तारीखें सीधे 2026 की शुरुआत तक आगे बढ़ गई हैं।
इस बदलाव के पीछे अमेरिकी सरकार का नया नियम है—15 दिसंबर से पहले हर वीजा आवेदक की सोशल मीडिया जांच अनिवार्य होगी। इस वजह से दूतावासों में इंटरव्यू स्लॉट सीमित हो गए हैं, और हजारों भारतीय स्टूडेंट्स व वर्कर्स की प्लानिंग बिगड़ गई है।
अमेरिकी दूतावास का बयान
भारत में मौजूद अमेरिकी दूतावास ने कहा—
“यदि आपके वीजा अप्वाइंटमेंट को रिशेड्यूल किया गया है, तो कृपया नई तारीख को ही दूतावास आएं। पुरानी तारीख पर पहुंचने पर एंट्री नहीं दी जाएगी।”
यानी बदलाव आधिकारिक रूप से लागू हैं और सभी आवेदकों को नई तारीख का इंतजार करना ही होगा।
वीजा इंटरव्यू की तारीखें क्यों बदल रहीं हैं?
- अमेरिकी विदेश मंत्रालय हर आवेदक के सोशल मीडिया, डिजिटल फुटप्रिंट और बैकग्राउंड की गहन जांच कर रहा है।
- इस जांच में समय लगने से रोज उपलब्ध स्लॉट कम हो गए हैं।
- 2025 में होने वाले हजारों इंटरव्यू अब 2026 में शिफ्ट हो चुके हैं।
भारतीय स्टूडेंट्स और वर्कर्स अब क्या करें?
1. शांत रहें और स्थिति को समझें
यात्रा, पढ़ाई और जॉब की प्लानिंग बिगड़ना स्वाभाविक है, लेकिन यह देरी पूरी तरह सरकारी प्रक्रिया के कारण है।
जैसे ही जांच पूरी होगी, इंटरव्यू दोबारा शुरू होंगे।
2. रिमोट वर्क का विकल्प तलाशें (H-1B वर्कर्स के लिए खास)
भारतीय वर्कर्स अपनी कंपनी के HR से बात करके
- रिमोट जॉइनिंग या
- वर्क फ्रॉम इंडिया
की अनुमति ले सकते हैं।
कई अमेरिकी कंपनियां इस विकल्प को स्वीकार करती हैं।
3. स्किल्स और प्रोफाइल मजबूत करें (स्टूडेंट्स के लिए ज़रूरी)
इंटरव्यू आगे बढ़ने का समय आपके लिए फायदेमंद भी हो सकता है।
इन क्षेत्रों में सर्टिफिकेशन करें—
- डेटा साइंस
- AI / मशीन लर्निंग
- क्लाउड कंप्यूटिंग
- साइबर सिक्योरिटी
ये स्किल्स वीजा इंटरव्यू को भी मजबूत करेंगी और जॉब संभावना भी बढ़ाएंगी।
4. नया फाइनेंशियल प्लान तैयार करें
देरी का मतलब है—
- पढ़ाई का खर्च बढ़ना
- रहने और यात्रा की नई प्लानिंग
- हॉस्टल या रेंट हाउस के लिए इंतजाम
छात्रों को अभी से वैकल्पिक बजट बनाना चाहिए ताकि पहुंचते ही मुश्किल न हो।
5. दूसरे देशों का विकल्प भी खुला रखें
यदि आपकी टाइमलाइन बेहद कड़ी है, तो इन देशों में वीजा आसानी से मिलता है—
- कनाडा
- ऑस्ट्रेलिया
- जर्मनी
- नीदरलैंड्स
- आयरलैंड
वर्कर्स के लिए ये बेहतर हैं क्योंकि जॉब पाने के लिए अतिरिक्त शुल्क नहीं देना पड़ता।
निष्कर्ष
अमेरिका की नई सोशल मीडिया जांच नीति के चलते वीजा इंटरव्यू की तारीखें आगे बढ़ना एक बड़ा झटका है। लेकिन यह पूरी तरह अस्थायी स्थिति है। भारतीय स्टूडेंट्स और प्रोफेशनल्स सही रणनीति अपनाकर इस चुनौती से आसानी से निपट सकते हैं।