
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने डॉ. भीमराव आंबेडकर को उनके महापरिनिर्वाण दिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि समानता, न्याय और मानवीय गरिमा की बाबासाहेब आंबेडकर की कालातीत विरासत भारतीय संविधान की रक्षा के प्रति हमारे संकल्प को और मजबूत करती है।
आंबेडकर के संविधान की रक्षा करना राष्ट्रीय जिम्मेदारी
राहुल गांधी ने कहा कि आंबेडकर ने पूरे देश को संविधान और मार्गदर्शन दिया। उनके विचार आज भी भारत के लोकतांत्रिक और सामाजिक ढांचे का आधार हैं। उन्होंने पत्रकारों से कहा,
“हर भारतीय का संविधान खतरे में है। इसकी रक्षा करना हमारी साझा जिम्मेदारी है। नागरिकों को इसे सुरक्षित रखना चाहिए।”
संसद भवन में 70वां महापरिनिर्वाण दिवस
भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय और डॉ. आंबेडकर फाउंडेशन (डीएएफ) ने संसद भवन परिसर में बाबासाहेब आंबेडकर की आदमकद प्रतिमा के पास महापरिनिर्वाण दिवस मनाया।
- श्रद्धा सुमन अर्पित करने के लिए पूरे कार्यक्रम को आम जनता के लिए खोला गया।
- 25 बौद्ध भिक्षुओं ने बौद्ध मंत्रों का संगम प्रस्तुत किया।
- डीएएफ ने उपस्थित लोगों के सामान के भंडारण के लिए सुविधा स्टॉल भी लगाया।
राहुल गांधी का संदेश
कार्यक्रम के बाद राहुल गांधी ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर साझा किया,
“बाबासाहेब आंबेडकर को उनके महापरिनिर्वाण दिवस पर विनम्र श्रद्धांजलि। उनका संविधान और न्याय का संदेश हमें एक अधिक समावेशी, करुणामय भारत की दिशा में प्रेरित करता है।”