
तीन मैचों की वनडे सीरीज 1-1 की बराबरी पर है और शनिवार को होने वाला तीसरा व अंतिम मुकाबला टीम इंडिया के लिए करो या मरो जैसा होगा। टेस्ट सीरीज पहले ही 0-2 से गंवा चुकी भारतीय टीम वनडे सीरीज में किसी भी कीमत पर हार नहीं झेलना चाहेगी। लेकिन साउथ अफ्रीका के बल्लेबाज मैथ्यू ब्रीट्जके ने मैच से ठीक पहले टीम की बड़ी ताकत उजागर करके इंडिया की चुनौती और कठिन बता दी है।
भारत से कड़ी चुनौती की उम्मीद
ब्रीट्जके ने साफ कहा है कि वे जानते हैं भारत इस मैच में पूरी ताकत झोंक देगा।
उन्होंने कहा—“हम जानते हैं कि भारत एक बहुत अच्छी टीम है। यह मैच दोनों टीमों के लिए बेहद अहम है और हम भी पूरी कोशिश करेंगे। मुकाबला बेहद दिलचस्प रहेगा।”
साउथ अफ्रीका की सबसे बड़ी ताकत—संतुलित बैटिंग लाइनअप
दक्षिण अफ्रीका ने पिछले दो मैचों में अपने मिडिल और लोअर ऑर्डर से शानदार योगदान पाया है।
ब्रीट्जके के मुताबिक, यही बैटिंग बैलेंस उनकी टीम को सबसे अलग बनाता है।
मुख्य ताकत:
- मार्को यानसन
- कॉर्बिन बॉश
- डेवाल्ड ब्रेविस
इन खिलाड़ियों ने अंतिम ओवरों में मैच का रुख बदलने की क्षमता दिखाई है। यही वजह है कि साउथ अफ्रीका को अपने निचले क्रम पर खास भरोसा है।
पावर-हिटर्स से टॉप ऑर्डर को मिलता है आत्मविश्वास
साउथ अफ्रीका का दावा है कि जब नीचले क्रम में यानसन और बॉश जैसे पावर-हिटर्स मौजूद हों तो टॉप ऑर्डर बिना दबाव के खेलता है।
ब्रीट्जके ने कहा—“हमारा टॉप ऑर्डर जानता है कि नीचे बड़े हिट लगाने वाले बल्लेबाज हैं, इसलिए वे सहज होकर खेलते हैं।”
चौथे नंबर पर नई भूमिका के साथ ब्रीट्जके तैयार
पाकिस्तान दौरे पर चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करके ब्रीट्जके को अहम अनुभव मिला है।
उनका कहना है कि अब वे इस स्लॉट पर अधिक सहज महसूस करते हैं और निर्णायक मुकाबले में टीम के लिए बड़ा योगदान दे सकते हैं।
ओस बनेगी फिर से फैक्टर?
पहले दो मैचों में ओस ने अहम भूमिका निभाई थी। दक्षिण अफ्रीका मानती है कि chasing में उन्हें फायदा मिला। लेकिन यदि तीसरे वनडे में उन्हें पहले बल्लेबाजी करनी पड़ी, तो वे उसके लिए भी तैयार हैं।
ब्रीट्जके बोले—
“अगर ओस नहीं रही और हमें पहले बल्लेबाजी करनी पड़ी, तो हमारे पास इसकी भी रणनीति है।”
टीम इंडिया के सामने बड़ी चुनौती
- साउथ अफ्रीका का लंबा और संतुलित बल्लेबाजी क्रम
- निचले क्रम के पावर-हिटर्स
- ओस का फैक्टर
- तीसरे नंबर से आगे मजबूत स्ट्राइक रोटेशन
भारत को इस आक्रमक और गहराई वाले बैटिंग लाइनअप को रोकने के लिए गेंदबाजी में अतिरिक्त प्रयास करना होगा।
📌 निष्कर्ष:
तीसरा वनडे सिर्फ एक मैच नहीं, बल्कि सीरीज बचाने की जंग है। साउथ अफ्रीका का आत्मविश्वास चरम पर है, जबकि भारत पर बड़े संघर्ष की जिम्मेदारी। देखना यह है कि टीम इंडिया विरोधी की इस ताकत से कैसे पार पाती है।