Thursday, December 18

धर्मेंद्र का सादा जीवन: फार्महाउस में पत्नी प्रकाश कौर संग बसाया था ‘स्वर्ग’, लकड़ी के चूल्हे और मिट्टी की खुशबू में बिताए आखिरी दिन

बॉलीवुड के ‘ही-मैन’ धर्मेंद्र अब हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनसे जुड़ी अनगिनत यादें आज भी फैंस के दिलों को भावुक कर रही हैं। 24 नवंबर 2025 को 89 वर्ष की आयु में देहांत से पहले धर्मेंद्र ने अपने जीवन के अंतिम कई वर्ष लोनावला स्थित फार्महाउस में गुजारे—जहां सादगी, खेती-बाड़ी और गांव की मिट्टी की महक उनके जीवन का हिस्सा बन गई थी।

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अरबों की संपत्ति के मालिक, मगर दिल से सादगी के पुजारी

धर्मेंद्र की नेट वर्थ भले ही 335–450 करोड़ रुपये के बीच बताई जाती है, लेकिन उन्होंने वैभव से दूर एक साधारण जीवन अपनाया। जुहू स्थित आलीशान घर छोड़ वे पत्नी प्रकाश कौर के साथ फार्महाउस में बस गए थे।
बॉबी देओल ने एक इंटरव्यू में कहा था— “मम्मी-पापा ने फार्महाउस को स्वर्ग बना दिया है।”

8 दिसंबर को बेटों सनी और बॉबी का दौरा, फैंस के लिए भी खुला फार्महाउस

धर्मेंद्र के 90वें जन्मदिन (8 दिसंबर) के अवसर पर सनी और बॉबी देओल फार्महाउस पहुंचेंगे। जानकारी के अनुसार, यह आशियाना अब फैंस के लिए भी खोला गया है, ताकि वे अपने प्रिय सितारे की यादों से रूबरू हो सकें।

1985 में खरीदा था 100 एकड़ का फार्महाउस

धर्मेंद्र ने 1985 में लोनावला के पास 100 एकड़ जमीन खरीदी थी। ‘गो लर्न’ के सीईओ निनाद वेंगुर्लेकर ने याद करते हुए बताया कि पहाड़ियों से घिरे इस फार्महाउस की ओर इशारा कर धर्मेंद्र ने कहा था—
“ये पूरी जमीन मेरी है, तब दाम कम थे, तो ले ली।”

2004 में पूरी तरह शिफ्ट हुए, खेतों में हल जोता, सब्जियां उगाईं

2003 तक जुहू में रहने वाले धर्मेंद्र ने 2004 में स्थायी रूप से फार्महाउस में रहना शुरू कर दिया।
यहां वे—

  • खुद हल जोतते
  • खेतों में काम करते
  • फल-सब्जियां उगाते
  • ट्रैक्टर चलाते

कोविड लॉकडाउन में भी उनकी यह दिनचर्या नहीं बदली।

“मुंबई में भी गांव बसाया”—मिट्टी के बर्तन और देसी किचन

धर्मेंद्र ने अपने फार्महाउस में एक छोटा-सा गांव बसा लिया था।
घर के किचन में स्टील नहीं, बल्कि मिट्टी के बर्तन इस्तेमाल होते थे।
वे कहते थे—
“मैं किसान का बेटा हूं, गांव मुझे कभी छोड़ नहीं पाया।”

फैन का उपहार—लकड़ी का चूल्हा… और धर्मेंद्र की खुशी

एक बार एक फैन ने धर्मेंद्र को लकड़ी का चूल्हा भेजा। यह तोहफा पाकर ही-मैन की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
उन्होंने उसी चूल्हे पर—

  • चाय बनाई
  • खाना पकाया
  • और वीडियो शेयर कर बताया कि “देसी चूल्हे पर बना खाना क्या लाजवाब होता है।”

दिलीप कुमार से मिलना भी देसी अंदाज में… खेत से सीधे चले गए

धर्मेंद्र का सादापन ऐसा था कि एक बार वे खेतों में काम कर रहे थे और उसी हालत में दिलीप कुमार से मिलने उनके घर पहुंच गए।
वहां उन्होंने दिलीप साहब से कहा—
“कल मैं आपको फूलगोभी भिजवाता हूं।”
दिलीप कुमार मुस्कुराए और बोले—
“लग ही रहा था कि खेत से आए हो।”

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