Friday, December 19

पाकिस्तान ने शुरू किया पहला AI डेटा सेंटर, डिजिटल सुरक्षा में बड़ा कदम

इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने तकनीक की दुनिया में एक बड़ा कदम उठाते हुए अपना पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) डेटा सेंटर और AI क्लाउड लॉन्च कर दिया है। यह पहल टेलीनॉर कंपनी ने डाटा वॉल्ट के सहयोग से की है। अब पाकिस्तान का डेटा देश के अंदर ही सुरक्षित रहेगा और विदेशी क्लाउड पर निर्भरता खत्म होगी।

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इस नए सेंटर में दुनिया की मशहूर कंपनी NVIDIA के हाई पावर GPU लगे हैं, जो AI मॉडल और डेटा प्रोसेसिंग के लिए बेहद आवश्यक हैं। इससे पाकिस्तानी कंपनियों, रिसर्च संस्थानों और यूनिवर्सिटियों को बड़ी आसानी से AI तकनीक का लाभ मिलेगा। पहले ये GPU विदेश से मंगवाना मुश्किल और महंगा था, लेकिन अब देश के अंदर ही इन सुविधाओं का इस्तेमाल किया जा सकेगा।

अमेरिकी पाबंदियों के बावजूद सफलता
अमेरिका ने NVIDIA चिप्स की कई देशों को सप्लाई पर पाबंदी लगाई हुई थी, जिनमें पाकिस्तान भी शामिल था। इसके बावजूद डाटा वॉल्ट को NVIDIA से विशेष अनुमति मिली और उन्होंने 3,000 से अधिक GPU हासिल किए। डाटा वॉल्ट की CEO मेहविश सलमान अली का कहना है कि यह पाकिस्तान का पहला ऐसा सेंटर है जो GPU सर्विस प्रदान कर रहा है।

देश के लिए क्यों महत्वपूर्ण है
इस नए AI डेटा सेंटर से बैंकिंग, स्वास्थ्य, लॉजिस्टिक्स, कृषि, सरकारी कामकाज और सार्वजनिक सुरक्षा में AI के इस्तेमाल को बढ़ावा मिलेगा। पाकिस्तानी शोधकर्ता और स्टार्टअप अब उर्दू और अन्य स्थानीय भाषाओं के लिए बड़े AI मॉडल विकसित कर सकेंगे। फिनटेक समेत अन्य क्षेत्रों के लिए विशेष AI समाधानों का निर्माण संभव होगा।

डेटा अब देश के अंदर ही सुरक्षित
सबसे बड़ी उपलब्धि यह है कि अब सभी संवेदनशील डेटा—बैंक ट्रांजेक्शन, मरीजों की रिपोर्ट, टेलीकॉम रिकॉर्ड और सरकारी दस्तावेज़—देश के बाहर नहीं जाएंगे। इससे साइबर सुरक्षा मजबूत होगी और प्राइवेसी का स्तर बढ़ेगा।

विदेशी क्लाउड पर निर्भरता खत्म
पाकिस्तान की कंपनियों और सरकारी विभागों को अब विदेशी क्लाउड सेवाओं पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। यह कदम पाकिस्तान को डिजिटल रूप से आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है।

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