
गाजियाबाद। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे (डीएमई) पर लापरवाही और शॉर्टकट की मानसिकता ने एक परिवार को उजाड़ दिया। गलत दिशा से आ रही ओमनी वैन ने बाइक सवार तीन लोगों को जोरदार टक्कर मार दी, जिसमें बाइक चला रहे अमन चौधरी (43) की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि दो अन्य साथी गंभीर रूप से घायल होकर आईसीयू में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं। हादसे के बाद एक्सप्रेसवे की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठ गए हैं।
घटना शनिवार देर रात काला पत्थर क्षेत्र के पास आम्रपाली विलेज के सामने हुई। मूलरूप से बिहार के वैशाली निवासी अमन चौधरी ग्रेटर नोएडा के चिपियाना बुजुर्ग में परिवार के साथ रहते थे और टीन शेड लगाने का काम करते थे। वह अपने साथियों जितेंद्र कुमार (40) और सोनू कुमार (38) के साथ बाइक से दिल्ली से चिपियाना लौट रहे थे। इसी दौरान गलत दिशा से तेज रफ्तार में आ रही ओमनी वैन ने उनकी बाइक को जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भीषण थी कि तीनों सड़क पर दूर जा गिरे और वैन का पहिया अमन के सिर पर चढ़ गया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस मौके पर पहुंची और घायलों को मनिपाल अस्पताल ले जाया गया, जहां अमन को मृत घोषित कर दिया गया। गंभीर हालत में जितेंद्र को जीटीबी अस्पताल दिल्ली रेफर किया गया है, जबकि सोनू को यशोदा अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दोनों की हालत नाजुक बताई जा रही है।
पत्नी की शिकायत पर आरोपी गिरफ्तार
मृतक की पत्नी कंचन की शिकायत पर पुलिस ने वैन चालक राहुल दास, निवासी तुगलकाबाद, को गिरफ्तार कर लिया है। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि वह गूगल मैप के सहारे गाजियाबाद में सामान की डिलीवरी करने जा रहा था, लेकिन गलती से डीएमई पर चढ़ गया। जब उसे पता चला कि रास्ता गलत है, तो वह एक्सप्रेसवे से बाहर निकलने के बजाय गलत दिशा में ही वाहन मोड़कर वापस लौटने लगा।
आरोपी ने स्वीकार किया कि वह डासना या एबीईएस कट से वापस जाने से बचने के लिए शॉर्टकट लेकर गलत दिशा में चला, जिससे हादसा हो गया।
डीएमई पर अक्सर दोहराई जाती है लापरवाही
यूपी गेट से एक्सप्रेसवे पर चढ़ने वाले कई वाहन चालक गलती का एहसास होने पर गलत दिशा में ही वाहन मोड़ लेते हैं। डीएमई के एंट्री पॉइंट पर ट्रैफिक पुलिस की मौजूदगी कम होने से ऐसे खतरनाक कदम आम हो गए हैं। इससे पहले भी गलत दिशा में चलने की वजह से कई हादसे हो चुके हैं, लेकिन सख्त कार्रवाई की कमी से स्थिति में सुधार नहीं दिखाई देता।
हादसे के बाद स्थानीय लोगों और यात्रियों ने एक्सप्रेसवे पर निगरानी बढ़ाने और गलत दिशा में वाहन चलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। पुलिस ने बताया कि पेट्रोलिंग और निगरानी बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं।
इस दर्दनाक घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि थोड़ी सी लापरवाही और शॉर्टकट की सोच जानलेवा साबित हो सकती है। अब सवाल यह है कि प्रशासन इस खतरनाक प्रवृत्ति पर किस तरह लगाम लगाएगा।